Sunday 8 January 2017

एक (गाना)

जो कभी न सोचा था,
वह हो गया पूरा,
ख्वाब आए अनेक,
कीमती था हर लम्हा।

हम थे दो जिस्म,
हम थे दो दिल,
हम जो आए साथ,
तो बना दी मेह्फ़िल।

हमेशा खुद के लिए थे जो लड़ते,
अब एक दूसरे के लिए दूसरों से हैं लड़ते,
दुनिया क्या कहेगी, हमें क्या परवाह,
हम तो चाँद की तरफ हैं चढ़ते ।

एक हो कर करेंगे वार,
एक हो कर करेंगे राज,
एक हो कर  बनाऐंगे यह संसार,
एक हो कर बाँटेंगे  सभी को प्यार।

एक दूसरे से बात,
छुपती न थी कभी,
कभी मुसीबत के समय,
न छोड़ा हमने सहारा कभी ।

एक ही है दुनिया,
एक ही हैं हमारे ग़म,
मिल कर जो काम होता है,
वह होगा न पूरा जब न रहेंगे हम।

कई बातें हैं ऐसी,
जिन्हें सोचकर लगता है डर,
डर को मिटाऐंगे हमेशा के लिए,
जब होंगे खुद पर निर्भर।

एक हो कर  करेंगे वार,
एक हो कर करेंगे राज,
एक हो कर बनाएँगे यह संसार,
एक हो कर बाँटेंगे सभी को प्यार।  

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