Sunday 23 October 2016

O Dariya (Gaana)

ओ दरिया,
तू ले जा मेरे घम,
नहीं रहना किसी के संग,
दे जा मुझे जन्नत सा संसार,
जहाँ रहे मेरे सारे ख्वाब,
न हो कोई दीवार ।

ओ दरिया,
मुझे ले जा ना  उस पार,
जहाँ हो मेरा घर-बार,
मिले मुझे सबसे दुलार,
और हो हर जगह,
फैला हुआ प्यार ।

तू सभी को है राह दिखाता,
पत्थरों के बीच है तू राह बनाता,
तेरे ताक़त से है सारे पत्थर पर चिह्न,
तू बहता है निरंतर रात-दिन,
हो जहाँ तेरी मौजूदगी,
मिलती है राहत सभी को तुझे देखते ही ।

पशु-पक्षियों को दिलाए सुकून,
बुझाकर उनकी प्यास,
आए जब वर्षा,
तो सारे किसानों की होती है पूरी हर आस,
तुझमें बसती है ज़िन्दगी,
तू रखे उनका ध्यान हमेशा से ही ।

है तुझसा कोई न,
तू है बड़े दिलवाला,
सभी को दिलाए जल,
है हर संकट का हल,
आए जब कोई थका-हारा,
तू दिलाए उसे मुक्ति हर चिंता से और जगाए उसमें जोश दोबारा ।

ओ दरिया,
हो काश कोई तेरे जैसा,
साथ रहे हमेशा,
न रहे कोई अकेला,
तुझ में बहकर भीगे हर बन्दा,
मिले तुझसे उसे सारी खूबियाँ । 

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